कम्प्यूटर मेमोरी क्या है एवं इसके प्रकार | With 100 MCQ QUIZ
कम्प्यूटर मेमोरी क्या है एवं इसके प्रकार | Computer Memory in Hindi
Click Here To Join Telegram Group |
हेलो दोस्तों,
Studyfundaaa द्वारा आप सभी को प्रतिदिन प्रतियोगी परीक्षाओं
से सम्बंधित जानकारी Share की जाती है. जैसा कि हम सभी जानते
हैं कि प्रत्येक Competitive Exams में कम्प्यूटर से
सम्बंधित प्रश्न पूछे जाते हैं. आज इस पोस्ट में हम आपके समक्ष जो जानकारी Share
कर रहे हैं वह कम्प्यूटर मेमोरी
किसे कहते है, एवं
इसके प्रकार | Computer Memory In Hindi की है.
यह पोस्ट विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे छात्रों के लिए बहुत
महत्वपूर्ण है।
कम्प्यूटर मेमोरी की परिभाषा (Computer memory Ki Paribhasha)
मेमोरी
कम्प्यूटर का बुनियादी घटक है। कम्प्यूटर में मेमोरी का प्रयोग डाटा,
प्रोग्राम और अनुदेशों को स्थायी या अस्थायी तौर पर संग्रहित करने
के लिए किया जाता है ताकि प्रोसेसिंग (Processing) के दौरान
या बाद में किसी समय आवश्यकतानुसार उनका उपयोग किया जा सके। मेमोरी का प्रयोग
प्रोसेसिंग के बाद प्राप्त परिणामों को संग्रहित करने के लिए भी किया जाता है। इस
तरह, मेमोरी कम्प्यूटर का एक आवश्यक अंग है।(computer
memory definition)
वास्तव में, मेमोरी
यह कम्प्यूटर का वह भाग है, जिसमें सभी डेटा तथा प्रोग्राम
स्टोर किये जाते हैं। यदि यह भाग न हो, तो कम्प्यूटर को दिया
जाने वाला कोई भी डेटा तुरन्त नष्ट हो जाएगा। इसलिए इस भाग का महत्व स्पष्ट है।
मेमोरी मुख्यतया दो प्रकार की होती है। ‘मुख्य मेमारी‘
(Main Memory) तथा सहायक मेमोरी (Auxiliary Memory)। (computer memory types)
मेमोरी के प्रकार (Types of Memory)
मेमोरी को दो भागों में
बांटा गया है-
1. प्राथमिक
या मुख्य मेमोरी (Primary or Main memory)
2. द्वितीयक
या सहायक मेमोरी (Secondary or Auxiliary memory)
1.
प्राथमिक मेमोरी या मुख्य मेमोरी (Primary
or Main memory) - वह मेमोरी यूनिट जो
सीधी सीपीयू (Central Processing Unit) से संपर्क रखता है।
तथा हर समय कम्प्यूटर से जुड़ा रहता है, प्राथमिक या मुख्य
मेमोरी कहलाता है। प्राथमिक मेमोरी में किसी समय चल रहें प्रोग्राम तथा उनके इनपुट
डेटा और आउटपुट डेटा कुछ समय के लिए स्टोर किया जाता है। जैसे ही उनकी आवश्यकता
समाप्त हो जाती है, उन्हें हटाकर दूसरे डेटा या प्रोग्राम
रखे जा सकते है। इस मेमोरी का आकार सीमित होता है, परन्तु
इसकी गति बहुत तेज होती है, ताकि जब भी किसी डेटा की जरूरत
हो, इसमें से तुरन्त प्राप्त किया जा सके।(primary
memory kya hai)
प्राथमिक
मेमोरी को ही मैन मेमोरी कहा जाता है (main memory is also
called as) प्राथमिक मेमोरी मुख्यतः इलेक्ट्रानिक या
सेमीकण्डक्टर मेमोरी होती है। इनमें इंटीग्रेटेड सर्किट (IC-
Integrated Circuit) का
प्रयोग किया जाता है। जो सिलिकन चिप के बने होते हैं। इसके विकास का श्रेय जे. एस.
किल्बी को जाता है। सिलिकन चिप मुख्यतः गैलियम आर्सेनाइड के बने होते हैं।(main
memory of computer)
प्राथमिक मेमोरी को तीन
भागों में बाँटा जा सकता है- (types of primary memory)
(i)
रेण्डम एक्सेस मैमारी (RAM-
Random Access Memory) - यह मेमोरी
चिप की तरह होती है जो ‘मैटल ऑक्साइड सेमीकण्डक्टर‘
(MOS) से बनी होती है। रैम में उपस्थित सभी सूचनाएँ अस्थाई होती हैं
और जैसे ही कम्प्यूटर की विद्युत सप्लाई बन्द कर दी जाती है, वैसे ही समस्त सूचनाएँ नष्ट हो जाती है अर्थात् रैम एक वॉलेटाइन (Volatile)मेमोरी है। (what is ram and rom)
रैम का उपयोग डेटा को स्टोर करने तथा उसमें (मेमोरी में) उपस्थित डेटा को पढ़ने के
लिए किया जाता है रैम में उपस्थित प्रत्येक लोकेशन का अपना एक निश्चित पता (Address)
होता है। इस पते के द्वारा ही सीपीयू (CPU) को
यह बताया जाता है, कि मेमोरी की किस लोकेशन में सूचना स्टोर
करनी है या किस लोकेशन से सूचना प्राप्त करनी है। (ram
kya hai in hindi)
आजकल
बाजार में 16 मेगाबाइट (MB- Megabyte), 32,
64, 128, 512 मेगाबाइट तथा 1 गीगा बाइट (GB-
Gigabyte)क्षमता के रैम उपलब्ध हैं। मदरबोर्ड के खाली स्लॉट्स में
रैम चिप्स लगाकर मेमोरी क्षमता बढ़ायी जा सकती है। इन रैमचिप्स को मदरबोर्ड पर बने ‘सिम्स‘ (SIMMs- Single In line Memory Modules) में
लगाया जाता है। वर्तमान में ‘डिम्स‘ (DIMMs- Dual In
line Memory Modules)का प्रयोग किया जा रहा है। SIMM यह 32 बिट मेमोरी है, वहीं DIMM
64 बिट मेमोरी है। (ram kya hota hai)
रैम को मुख्यतः दो भागों
में बांटा जाता है। (types of ram in computer)
(a)
डायनैमिक रैम (Dynamic
RAM) - इसे ‘डी रैम‘ (DRAM) भी कहते हैं। डी रैम चिप के स्टोरेज
सेल परिपथों (Circuits) में एक ट्रांजिस्टर लगा होता है, जो ठीक उसी प्रकार कार्य करता है जिस प्रकार कोई ऑन/ऑफ स्विच कार्य करता
है और इसमें एक कैपेसिटर (Capacitor) भी लगा होता है जो एक
विद्युत चार्ज को स्टोर कर सकता है। कैपिसिटर का चार्ज लीक हो सकता है, इसलिए उस चार्ज को फिर से भरने या उत्पन्न करने का प्रावधान अर्थात
रिफ्रेश (Refresh) किया जाता है जिसके कारण इसकी गति धीमी हो
जाती है। इस प्रकार डायनैमिक रैम चिप ऐसी मेमारी की सुविधा देता है, जिसकी सूचना बिजली बन्द करने पर नष्ट हो जाती है। (what
is dynamic ram)
डी रैम के अन्य उदहारण
हैं
o एसडी
रैम (SD
RAM - Synchronous Dynamic RAM)
o आरडी
रैम (RD
RAM - Ram bus Dynamic RAM)
o डीडी
रैम (SD
RAM - Double Data Dynamic RAM)
(b)
स्टैटिक रैम (Static Ram) - इसे एस रैम (SRAM) भी
कहते हैं। इसमें डेटा तब तक संचित रहता है जब तक विद्युत सप्लाई ऑन रहती है।
स्टैटिक रैम में स्टोरेज सेल परिपथों में एक से अधिक ट्रांजिस्टर लगे होते हैं।
इसमें कैपेसिटर नहीं लगा होता है। स्टैटिक रैम अधिकतर (उसकी तेज गति के कारण) कैश
की तरह उपयोग किया जाता है। डायनैमिक रैम की तुलना में स्टैटिक रैम अधिक महंगी
होती है। (what is static ram)
एस रैम के अन्य उदहारण
हैं
o नॉन-वॉलेटाइल
एस रैम (Non-Volatile
SRAM)
o स्पेशल
एस रैम (Special
SRAM)
o एसिंक्रोनस
एस रैम (Asynchronous
SRAM)
o सिंक्रोनस
एस रैम (Synchronous
SRAM)
जरूर पढ़े - मध्यप्रदेश का सामान्य ज्ञान विस्तार से
जरूर पढ़े - मध्यप्रदेश के सभी 52 जिले विस्तार से
2.
रीड ओनली मेमोरी (ROM- Read
Only Memory) - यह एक स्थायी (Non
Volatile) इलेक्ट्रानिक मेमोरी है। इस मेमोरी में उपस्थित डेटा
निर्देश स्थाई होते हैं। तथा उन्हें बदला भी नहीं जा सकता। (rom
full form) रोम में सूचनाएं निर्माण के समय ही भर दी
जाती है जिस कारण इन्हें केवल पढ़ा जा सकता है, परन्तु
इन्हें डेटा और निदेर्शों में परिवर्तित करना सम्भव नहीं है। डेटा और निर्देशों के
स्थाई होने के कारण कम्प्यूटर की विद्युत सप्लाई बन्द होने पर भी इस चिप में भरी
सूचनाएँ संरक्षित रहती है। (rom kya hai in hindi)
रोम
का निर्माण सेमीकंडक्टर डिवाइस से किया जाता है। अतः इसे इलेक्ट्रानिक या
सेमीकंडक्टर मेमोरी भी कहा जाता है। रॉम का प्रयोग स्थायी प्रकृति के प्रोग्राम
तथा डाटा को स्टोर करने के लिए किया जाता है। रॉम में कम्प्यूटर को स्टार्ट करने
के लिए आवश्यक सूचना जैसे- Instruction Set तथा System
Boot Program स्टोर किया जाता है। रॉम में बायोस (BIOS-
Basic Input Output System) होता है जो कम्प्यूटर चालू करने पर
पोस्ट (POST- Power on self test) प्रोग्राम चलाता है। (what
is rom in computer)
रोम
को निम्न भागों में बांटा जाता है- (types of rom memory)
(a)
प्रॉम (PROM- Programmable
Read Only Memory) - यह एक ऐसी मेमोरी है
जिसमें एक प्रोग्राम की सहायता से सूचनाओं को स्थायी रूप से स्टोर किया जाता है।
प्रॉम में हजारों डायोड होते हैं जिन्हें उच्च वोल्टेज से फ्यूज कर वांछित सूचना
रिकॉर्ड की जाती है। (prom full form) प्रॉम
मेमोरी को भी केवल एक बार ही प्रोग्राम द्वारा भरा जा सकता है। रॉम की तरह यह भी
स्थायी होती है और बाद में इसे बदला नहीं जा सकता। (types of rom in
computer)
(b)
ईप्रॉम (EPROM – Erasable
Programmable Read Only Memory) -
यह एक ऐसी मेमोरी है जिसमें पराबैंगनी किरणों (Ultra Violet Rays) की सहायता से पुराने प्रोग्राम को हटाकर नया प्रोग्राम लिखा जा सकता है।
इसके लिए ई-प्रॉम को सर्किट से निकालना पड़ता है। ई-प्रोम में भरी हुई सूचनाएँ भी
स्थायी होती है, क्योंकि कम्प्यूटर को ऑफ कर देने के बाद भी
वे नष्ट नहीं होती। (eprom full form)
(c)
ईईप्रॉम (EEPROM –
Electronically Erasable Programmable Read Only Memory) - इस तरह के रॉम सर्किट से निकाले बिना इस पर उच्च विद्युत विभव की सहायता
से पुराने प्रोग्राम को हटाकर नया प्रोग्राम लिखा जा सकता है। (eeprom
full form) वर्तमान में,
सहायक मेमोरी के रूप में ईईप्रॉम का उपयोग बढ़ रहा है। इसे ‘फ्लेश मेमोरी‘ (Flash Memory) भी कहा जाता है। पेन
ड्राइव (Pen Drive) इसका अच्छा उदाहरण है। (eeprom
stands for)
(iii)
कैश मेमोरी (Cache Memory) - यह केन्द्रीय प्रोसेसिंग इकाई (CPU) तथा मुख्य मेमोरी के बीच का भाग है जिसका उपयोग बार-बार उपयोग में आने
वाले डेटा और निर्देशों को संग्रहित करने में किया जाता है। जिस कारण मुख्य मेमोरी
तथा प्रोसेसर के बीच गति अवरोध दूर हो जाता है, क्योंकि
मेमोरी से डेटा पढ़ने की गति सीपीयू के प्रोसेस करने की गति से काफी मन्द होती है।
कैश मेमोरी (cache memory in computer) सीपीयू
से सीधे जुड़ा होता है। कैश मेमोरी से सीपीयू तक सूचना लाने-ले-जाने के लिए कम्प्यूटर मदरबोर्ड के सिस्टम बस का प्रयोग नहीं करना पड़ता।
अतः डाटा स्थानान्तरण की गति तेज होती है। कैश मेमोरी सीपीयू तथा मुख्य मेमोरी के
बीच बफर (Buffer) का काम करता है। (cache
memory kya hai)
जरूर पढ़े - इनपुट डिवाइस किस कहते है एवं इसके प्रकार
2.
द्वितीयक या सहायक मेमोरी (Secondary
or Auxiliary memory) - चूँकि मुख्य
मेमोरी अस्थाई (Volatile) तथा सीमित क्षमता वाली होती हैं।
इसलिए द्वितीयक मेमोरी को डाटा और सूचनाओं को स्थाई (Non Volatile) तथा बड़ी मात्रा में संग्रहित करने के लिए प्रयोग किया जाता है। (auxiliary
memory in hindi) सीपीयू को वर्तमान में जिस डेटा की
आवश्यकता नहीं होती है उसे द्वितीयक मेमोरी में संग्रह किया जाता है तथा जरूरत
पड़ने पर इसे मुख्य मेमोरी में कॉपी कर उपयोग किया जाता है। यह डाटा व साफ्टवेयर
स्टोरेज का एक सस्ता व लोकप्रिय माध्यम है। (secondary memory kya
hai)
इसका प्रयोग मुख्यतः बैकअप डाटा (Backup
Data) को स्टोर करने के लिए
किया जाता है। इसकी स्टोरेज क्षमता लगभग असीमित होती है, परंतु
डाटा ट्रांसफर की गति तथा डाटा को प्राप्त करने में लगा समय (access time) भी अधिक होता है। मैग्नैटिक डिस्क (हार्ड डिस्क तथा फ्लॉपी डिस्क) तथा
ऑप्टिकल डिस्क (सीडी, डीवीडी तथा ब्ले रे डिस्क) सहायकत
मेमोरी के उदाहरण है। (secondary memory in computer)
द्वितीयक
मेमोरी के कुछ डिवाइसेस के उदाहरण निम्न है- (types of secondary
memory)
1.
चुंबकीय डिस्क (Magnetic
Disk) - यह एक स्थायी (Non-volatile)
डायरेक्ट एक्सेस सहायक मेमोरी है। इसमें धातु या प्लास्टिक से बने
पतले डिस्क पर चुंबकीय पदार्थ जैसे- आयरन ऑक्साइड की परत चढ़ा दी जाती है।
मैग्नेटिक डिस्क पर डाटा रिकॉर्ड करने (Write) या पढ़ने (Read)
के लिए Read-Write Head होता है जो डिस्क के
चुंबकीय पैटर्न में बदलाव कर डिजिटल डाटा स्टोर करता है। मैग्नेटिक डिस्क एक सस्ता
स्टोरेज डिवाइस है, जो बड़ी मात्रा में डाटा स्टोर कर सकता
है। इसका एक्सेस टाइम भी कम होता है, परंतु धूल या खरोंच के
कारण इसके खराब होने की संभावना भी रहती है। फ्लॉपी डिस्क तथा हार्ड डिस्क
मैग्नेटिक डिस्क के उदाहरण हैं। (magnetic disk in hindi)
2.
फ्लॉपी डिस्क (Floppy Disk) - फ्लॉपी डिस्क माइलर की बनी हुए एक वृत्ताकार
डिस्क होती है, जिसके दोनों ओर एक चुम्बकीय पदार्थ का लेप
चढ़ा होता है। यह एक प्लास्टिक के चौकोर कवर से संरक्षित रहती है, जिसके भीतर फ्लॉपी की सफाई करने वाली मुलायम लाइनें होती हैं। (floppy
disk in hindi) यह तीन आकारों 8 इंच, 5¼ इंच,
3½
इंच में उपलब्ध होती हैं इसमें बीच की धुरी (Hub)किसी
धातु की बनी होती है, इसके ऊपरी किनारे पर एक खिसकने वाला
ढक्कन (Sliding cover) होता है जो लिखने-पढ़ने के खुले स्थान
को पूरी तरह ढक लेता है। इसका लिखने का सुरक्षित छिद्र (Hole) आयताकार होता है। यह टैब दो स्थितियों में रखा जा सकता है। एक स्थिति में
रहने पर फ्लॉपी पर कुछ भी लिखा या पढ़ा जा सकता है और दूसरी स्थिति में रहने पर
उससे केवल पढ़ा जा सकता है। (floppy disc kya hai)
फ्लॉपी पर डेटा कुछ संकेन्द्रीय (Co-
central) वृत्ताकार (Circular) पथों पर स्टोर
किया जाता है, जिन्हें ‘ट्रैक्स'
(Tracks) कहते हैं। हर ट्रेक कई भागों में बँटा होता है, जिन्हें सेक्टर (Sector) कहते है। डिस्क को ट्रेकों
और सेक्टरों में विभाजित करने की प्रक्रिया 'फार्मेटिंग' कहलाती है। एक सेक्टर में 512 बाइटें होती हैं।
इसकी प्रति इंच चौड़ी सतह पर 135 ट्रैक बने होते है। वर्तमान
में प्रयुक्त फ्लॉपी की लम्बाई 3½
इंच होती है। उच्च क्षमता वाले फ्लापी की भंडारण क्षमता 1.44
MB होती है, जबकि अति उच्च क्षमता वाले फ्लपी
की भंडारण क्षमता 2.44MB होती है। (floppy disk in
computer)
फ्लॉपी डिस्क पर कोई सूचना लिखने या उससे
पढ़ने के लिए एक विशेष उपकरण की आवश्यकता होती है, जिसे
‘फ्लॉपी डिस्क ड्राइव‘ (FDD- Floppy Disk Drive) कहा जाता है। फ्लॉपी को इस ड्राइव में लगा दिया जाता है तो वह धातु की
धुरी को जकड़ लेता है और डिस्क को घुमाना शुरू कर देता है। ड्राइव का रीड-राइट हैड
आगे-पीछे चल सकता है। इससे वह फ्लॉपी के किसी भी ट्रेक के किसी भी सेक्टर में डेटा
लिख सकता है या उससे डेटा पढ़ सकता है। (capacity of floppy
disc)
3.
हार्ड डिस्क (Hard Disk)
- हार्ड डिस्क में एल्युमिनियम धातु का
बना एक पतला डिस्क होता है जिस पर चुंबकीय पदार्थ जैसे आयरन ऑक्साइड का लेप चढ़ा
होता है। धातु से बने होने के कारण लोचदार नहीं होता, अतः
इसे हार्ड डिस्क का नाम दिया जाता है। (hard disk in hindi) डिस्क
के एक या दोनों सतहों को डाटा स्टोरेज के लिए प्रयोग किया जा सकता है। डाटा
रिकार्ड करने (Write) या पढ़ने (Read) के लिए प्रत्येक सतह पर अलग-अलग Read-Write head होता
है। जिस डिस्क के दोनों सतहों पर डाटा स्टोर किया जाता है उसे Double sided
disk कहा जाता है। (hard disk kya hai)
हार्ड डिस्क मैग्नेटिक डिस्क का एक प्रकार
है। यह एक स्थायी (Non-volatile), डायरेक्ट
एक्सेस तथा सहायक मेमोरी है। इसकी भंडारण क्षमता अधिक तथा डाटा स्टोर करने और पढ़ने
की गति तेज होती है। किसी कम्प्यूटर का आपरेटिंग सिस्टम साफ्टवेयर तथा विभिन्न
एप्लिकेशन साफ्टवेयर हार्ड डिस्क में ही स्टोर किए जाते है। आधुनिक हार्ड डिस्कों
की क्षमता 200 गीगाबाइट तक होती है। पर्सनल कम्प्यूटरों के
लिए विशेष प्रकार की हार्ड डिस्क भी उपलब्ध है, जिन्हें 'विन्चेस्टर डिस्क' कहा जाता है। इनकी क्षमता 20 गीगाबाई से 80 गीगाबाइट तक होती है। (hard
disk in computer)
हार्ड डिस्क में डाटा को
इलेक्ट्रोमैग्नेटिक फील्ड के द्वारा पढ़ा व लिखा जाता है। हार्ड डिस्क के Read-Write
head का डिस्क की सतह से भौतिक संपर्क नहीं होता। परंतु डिस्क और
हेड की बीच का गैप इतना कम (3 नैनोमीटर तक) होता है कि धूल
का छोटा कण भी उसमें फंस सकता है जिससे डाटा को पढ़ना संभव नहीं होता। इसे ‘हार्ड डिस्क क्रैश‘ (Crash) करना कहा जाता है। (capacity
of hard disk)
मैग्नेटिक डिस्क पर डाटा लिखने से पहले
प्रत्येक ट्रेक तथा सेक्टर को एक विशेष एड्रेस (address) दिया जाता है। इस्तेमाल से पूर्व प्रत्येक डिस्क को डाटा भंडारण के लिए
व्यवस्थित किया जाता है, जिसे 'डिस्क
फार्मेटिंग' (Disc Formatting) कहते
हैं। डिस्क फार्मेटिंग द्वारा मेमोरी डिस्क पर सेक्टर व ट्रेक के लोकेशन के बारे
में एक टेबल बना लिया जाता है जिसे FAT (File Allocation Table) कहते हैं। इससे भविष्य में डाटा प्राप्त करने में कम समय लगता है। (capacity
of hard disk is measured in)
4.
विंचेस्टर डिस्क (Winchester
Disk) - हार्ड डिस्क को डिस्क पैक के आधार
पर जिप डिस्क, डिस्क पैक तथा विंचेस्टर डिस्क में बांटा जाता
है। विंचेस्टर डिस्क में दो या अधिक हार्ड डिस्क प्लैटर को एक केंद्रीय शाफ्ट के
सहारे एक के ऊपर एक स्थापित किया जाता है। इस डिस्क पैक को उसके एक्सिस पर घुमाने
के लिए मोटर लगा रहता है। हार्डडिस्क के प्रत्येक सतह के लिए एक अलग Read-Write
Head होता है। Read-Write Head आगे पीछे होकर
प्रत्येक ट्रेक तक जा सकता है जबकि डिस्क को गोलाकार घुमाकर किसी ट्रेक के वांछित
सेक्टर को Read-Write Head के नीचे लाया जाता है। इस डिस्क
पैक को डिस्क ड्राइव के साथ सील कर दिया जाता है। (winchester
disk in hindi)
5.
मैग्नेटिक टेप (Magnetic
Tape) - यह सबसे सफल बैंकिंग स्टोरेज
माध्यम है। इसमें एक प्लास्टिक रिबन पर चुम्बकीय पदार्थ (आयरन आक्साइड या क्रोमियम
डाई आक्साइड) की परत चढ़ी रहती है जिसे विद्युतीय हेड से प्रभावित कर डाटा स्टोर
किया जाता है। मैग्नेटिक टेप पर स्टोर किए गए डाटा को रिकॉर्ड कहा जाता है। दो
अलग-अलग डाटा में अंतर करने के लिए उनके बीच कुछ खाली जगह छोड़ दिया जाता है जिसे Inter
Record Gap कहा जाता है। (magnetic tape
in computer)
यह बड़ी मात्रा में डाटा को स्टोर करने
हेतु प्रयुक्त होता है। डाटा को कितनी भी बार लिखा और मिटाया तथा पढ़ा जा सकता है।
नया डाटा लिखने पर पुराना डाटा स्वयं मिट जाता है। मैग्नेटिक टेप डाटा स्टोर करने
का एक सस्ता माध्यम है। (magnetic tape in hindi) अतः
इसका प्रयोग विशाल डाटा बैकअप (Backup) लेने के लिए
किया जाता है डाटा बैकअप में उपलब्ध डाटा की एक कॉपी बनाकर सुरक्षित रखा जाता है
ताकि किसी कारण मुख्य डाटा के नष्ट होने पर बैकअप डाटा का उपयोग किया जा सके।
मैग्नेटिक टेप को पढ़ने के लिए मैग्नेटिक टेप ड्राइव का प्रयोग किया जाता है। (magnetic
tape kise kahate hain)
जरूर पढ़े - कम्प्यूटर का परिचय (With Important MCQ)
6.
ऑप्टिकल डिस्क (Optical
Disk) - आप्टिकल डिस्क पॉली कार्बोनेट
प्लास्टिक से बना गोल डिस्क है जिसकी एक सतह को प्रकाश परावर्तित करने के लिए
एल्युमिनियम की पतली परत चढ़ाकर चमकदार बनाया जाता है। आप्टिकल डिस्क पर डाटा लिखने
या पढ़ने के लिए लेजर बीम का प्रयोग किया जाता है, अतः इसे
लेजर डिस्क (Laser Disk) भी कहते हैं। इस पर डेटा स्टोर करने की विधि चुम्कीय डिस्क से अलग होती
है। चुम्बकीय डिस्क पर जहाँ संकेन्द्रीय वृत्ताकर ट्रैक होते हैं, वहीं ऑप्टिकल डिस्क पर एक सर्पिलाकार ट्रेक होता है। सर्पिलाकार ट्रेक के
कारण आप्टिकल डिस्क का एक्सेस टाइम चुंबकीय डिस्क से अधिक होता है, अर्थात डाटा को पढ़ने में अधिक समय लगता है। (optical
disk kya hai)
यह एक विशेष प्रकार की डिस्क होती है,
जिन पर डेटा प्रायः एक बार ही लिख जाता है और फिर उसे कितनी भी बार
पढ़ सकते है। यह एक प्रकार की रीड ओनली मेमोरी ही है। (optical
disk in hindi) इनमें प्रायः ऐसी सूचनाएँ स्टोर की जाती
हैं जो स्थायी प्रकृति की हो; तथा जिनकी आवश्यकता
बार-बार नहीं पड़ती हो। एक सीडी की भण्डारण क्षमता 680
मेगाबाइट से 800 मेगाबाइट तक होती है। इसे प्रायः 1200 किलोबाइट प्रति सेकण्ड की गति से पढ़ा जाता है। इसमें से सूचनाएँ पढ़ने के
लिए जो ड्राइव उपयोग में लाया जाता है, उसे ‘सीडी रोम ड्राइव‘ कहा जाता है। (optical
disk in computer in hindi)
आप्टिकल डिस्क में डाटा को पिट्स (Pits)
और लैंड्स (Lands) में स्टोर किया जाता है।
डिस्क पर डाटा लिखने के लिए उच्च क्षमता वाले लेजर बीम का प्रयोग किया जाता है,
जिससे डिस्क की सतह पर अति सूक्ष्म गड्ढे बन जाते हैं जिन्हें Pits
कहा जाता है। गड्ढों के बीच स्थित समतल क्षेत्र को Lands कहा जाता है। Pits बाइनरी डिजिट 0 या ऑफ को निरूपित करते हैं तथा Lands बाइनरी डिजिट 1 या ऑन को निरूपित करते हैं। डिस्क पर काम तीव्रता वाले लेजर बीम डालकर
परावर्तित किरणों के आधार पर डाटा को पढ़ा जाता है। काम्पैक्ट डिस्क (CD), डीवीडी (DVD), तथा ब्लू रे डिस्क (Blue-ray
disk) आप्टिकल डिस्क के उदाहरण हैं। (what
is optical disk)
7.
सीडी रॉम (CD ROM- Compact Disk
Read Only Memory) - सीडी रॉम में
डेटा को स्थायी रूप से स्टोर या अंकित किया जाता है। लेजर की सहायता से सीडी की
सतह पर अतिसूक्ष्म गड्ढे बनाये जाते हैं। सीडी में स्टोर डाटा मिटाया या बदला नहीं
जा सकता है। सीडी रॉम में स्टोर डेटा को पढ़ने के लिए कम तीव्रता वाले लेजर बीम (Laser
Beam) का उपयोग किया जाता है। (cd
rom full form) इनमें ट्रैक स्पाइरल (Spiral)
होता है जिससे डेटा को हार्ड डिस्क की अपेक्षा तीव्र गति से पढ़ा
नहीं जा सकता है। साधारणतः सीडी रॉम की संग्रह क्षमता 640
मेगाबाइट होती है। सीडी से डेटा प्राप्त करने के लिए सीडी ड्राइव (CD-
Drive) तथा सीडी में डेटा डालने के लिए सीडी राइटर (CD-
Writer) की आवश्यकता होती है। (cd
rom kya hai)
8.
सीडी-आर (CD R - Compact
Disk Recordable) - यह ऑप्टिकल डिस्क का
एक प्रकार है जिसमें सीडी-आर ड्राइव (CD- Recordable Drive) की
सहायता से कम्प्यूटर द्वारा डाटा स्टोर किया जा सकता है। इसे वार्म (Worm-
Write Once Read Many) डिस्क भी कहते हैं अर्थात् जिस पर केवल एक
बार लिखा जा सकता है पर बार-बार पढ़ा जा सकता है। एक बार लिखे जाने के बाद डाटा
बदला नहीं जा सकता। (cd r full form)
लेकिन सीडी-आर के बाकी बचे सतहों पर डाटा को अलग-अलग समय में रिकॉर्ड किया जा सकता
है। इसका प्रयोग संगीत व चलचित्र (Music and Video) सीडी तेयार करने तथा डाटा बैकअप रखने के लिए किया जाता है। (cd
r kya hai)
9.
सीडी-आर/डब्ल्यू (CD RW-
Compact Disk Re-Writable) - इस
तरह के डिस्क पर धातु की एक परत होती है। यह ऑप्टिकल डिस्क का एक प्रकार है परन्तु
इसमें संग्रहित डेटा को मिटाया या परिवर्तित किया जा सकता है। (cd-rw
full form) लेजर (LASER) द्वारा सीडी में डेटा संग्रह सीडी के सतह पर सूक्ष्म गड्ढे के परावर्तन कर
किया जाता है, तथा लिखे हुए सीडी में परिवर्तन करने के लिए
फिर से लेजर का उपयोग किया जाता है। इस प्रकार के सीडी का उपयोग करने के लिए
सीडी-आर/डब्ल्यू ड्राइव (CD-RW Drive) की आवश्यकता होती है। (cd-rw
kya hai in hindi)
10.
डीवीडी (DVD - Digital
Versatile/Video Disk) - डीवीडी
आप्टिकल डिस्क का एक उदाहरण है। यह सीडी रॉम की तरह ही होता है, परन्तु इसकी भंडारण क्षमता अधिक होती है। इसमें डाटा के दो लेयर संगहित
किये जा सकते हैं। एकल लेयर डिस्क की क्षमता 4.7 गीगाबाइट
तथा दो लयेर डिस्क की क्षमता 8.5 गीगाबाइट होती है। (dvd
full form) डीवीडी के दोनों सतहों को डाटा स्टोर करने
के लिए उपयोग किया जा सकता है। ऐसा करने पर डीवीडी की स्टोरेज क्षमता दुगुनी हो
जाती है। इस पर डेटा लिखने या उससे पढ़ने के लिए एक विशेष ड्राइव होता है,
जिसे डीवीडी ड्राइव (DVD Drive) कहा जाता है।
आरंभ में इसका प्रयोग चलचित्रों (Movies) के लिए किया गया।
ध्वनि के लिए इसमे डाल्बी डिजिटल (Dolby Digital) या डिजिटल
थियेटर सिस्टम (DTS - Digital Theatre System) का प्रयोग
किया जाता है। डीवीडी में ऑडियो तथा वीडियो डाटा स्टोर करने के लिए एमपीईजी (MPEG-
Moving Picture Expert Group) वीडियो फार्मेट का प्रयोग किया जाता
है। (dvd kya hai)
जरूर पढ़े - कम्प्यूटर से संबंधित Full Form
11.
ब्लू रे डिस्क (Blue Ray
Disk) - यह आप्टिकल डिस्क का एक प्रकार है
जो उच्च स्टोरेज क्षमता के कारण मल्टीमीडिया भंडारण में लोकप्रिय हो रहा है। इसको
पढ़ने व लिखने के लिए ब्लू वायलेट लेजर किरणों (blue Violet Laser Rays) का प्रयोग किया जाता है। इसकी भंडारण क्षमता 25
गीगाबाइट (एक लेयर) या 50 गीगाबाइट (दो लेयर) हो सकती है।
धूल व खरोच से इसके खराब होने का डर भी कम रहता है। ब्लू रे डिस्क का आकार सामान्य
सीडी या डीवीडी की तरह ही होता है। (blu ray disc in hindi)
12.
पेन ड्राइव (Pen Drive) - इसे फ्लैश ड्राइव (Flash Drive) भी कहा जाता है। यह पेन के आकार का इलेक्ट्रानिक मेमोरी है जिसे ‘लगाओ और खेलो‘ (Plug and Play) डिवाइस की तरह यूएबी
पोर्ट (Universal Serial Bus Port) में लगाकर डाटा संग्रहित,
परिवर्तित या पढ़ा जा सकता है। वास्तव में, यह
ईईप्रॉम का एक रूप है। यह स्थायी (Non Volatile) प्रकार का
द्वितीयक मेमोरी का एक उदाहरण है जिसे कम्प्यूटर से हटा लेने पर भी डाटा बना रहता
है। (pen drive kya hai)
13.
मेमोरी कार्ड (Memory Card)
- यह पतले आकार का छोटा कार्ड जैसा
इलेक्ट्रानिक मेमोरी डिवाइस है जिसका प्रयोग कम्प्यूटर के अलावा अन्य आधुनिक
उपकरणों जैसे- मोबाइल फोन, डिजिटल कैमरा, पीडीए (PDA- Personal Digital Assistant), पामटॉप,
स्मार्टफोन आदि में किया जा रहा है। इसे मल्टीमीडिया कार्ड (MMC-
Multimedia Card) भी कहा जाता है। इसका प्रयोग Removable
Storage Device के रूप में प्रचलित हो रहा है। (memory
card in hindi)
14.
फ्लैश मेमोरी (Flash Memory)
- यह एक स्थायी (Non Volatile) इलेक्ट्रानिक मेमोरी है जिसमें विद्युत द्वारा पुराने डाटा या प्रोग्राम
को हटाकर नया डाटा या प्रोग्राम लिख जा सकता है। यह ईईप्रॉम का एक उदाहरण है।
फ्लैश मेमोरी से सप्लाई हटा लेने के बाद भी डाटा बना रहता है। इसकी गति क्षमता
उच्च है। वर्तमान में मेमोरी कार्ड के रूप में इसका प्रयोग प्रचलित हो रहा है।
इसका उपयोग सेलुलर फोन, डिजिटल कैमरा, डिजिटल
सेट टॉप बॉक्स इत्यादि में होता है। (flash memory in hindi)
15.
वर्चुअल मेमोरी (Virtual
Memory) - यह मेमोरी प्रबंधन की एक
व्यवस्था है जिसमें बड़े साफ्टवेयर प्रोग्रम को मुख्य या प्राथमिक मेमोरी में अंशतः
डालकर क्रियान्वित किया जाता है। किसी भी प्रोग्राम को क्रियान्वित करने से पहले
उस प्रोसेस को मुख्य मेमोरी में डाला जाता है। पर मुख्य मेमोरी की क्षमता कम होने
पर बड़े साफ्टवेयर प्रोग्राम क्रियान्वित नहीं किए जा सकते। (virtual
memory in hindi) इस समस्या के समाधान के लिए वर्चुअल
मेमोरी प्रबंधन का प्रयोग किया जाता है। वर्चुअल मेमोरी प्रणाली किसी प्रोसेस को
पूर्णतः मेन मेमोरी में डाले बिना उस (smart card kya hai) का
क्रियान्वयन सक्षम बनाती है। इसमें, केवल उन
प्रोसेस को मुख्य मेमोरी में डाला जाता है जो प्रोग्राम के क्रियान्वयन के लिए
आवश्यक है। (virtual memory kya hai)
16.
स्मार्ट कार्ड (Smart Card)
- इसे ‘चिप कार्ड‘(Chip
Card) या Integrated Circuit Card भी कहा जाता
है। यह एक छोटा प्लास्टिक (Poly Vinyl Chloride) का बना
कार्ड है जिसमें स्थायी मेमोरी चिप लगा होता है। कुछ स्मार्ट कार्ड में माइक्रो
प्रोसेसर के साथ ई-प्रॉम (Erasable Programmable ROM) लगा
रहता है जिससे डाटा में परिवर्तन भी किया जा सकता है। स्मार्ट कार्ड में निहित
डाटा को स्मार्टकार्ड रीडर द्वारा पढ़ा जाता है। इसका उपयोग क्रेडिट कार्ड, एटीएम कार्ड, पहचान कार्ड, सेक्यूरिटी
कार्ड आदि में किया जाता है। (smart card kya hai)
17.
बफर (Buffer) - यह अस्थायी (Volatile) मेमोरी
का एक भाग है जिसका उपयोग प्रोसेसिंग या इनपुट/आउटपुट डिवाइस को देने से पहले डाटा
के अस्थायी भंडारण (Temporary Storage) के लिए किया जाता है।
दो उपकरणों के बीच डाटा स्थानान्तरण की गति में अंतर रहने पर बफर का उपयोग किया
जाता है। ऑडियो या वीडियो फाइन को चालू करने से पूर्व कुछ डाटा बफर में रख लिया
जाता है ताकि इसमें गतिरोध न हो। बफर व कैच (Cache) की कार्य
पद्धति व उद्देश्य एक ही हैं। पर कैच की तुलना में बफर की भंडारण अधिक अस्थायी (very
temporary) होता है। (buffer kya hota hai)
कम्प्यूटर
मेमोरी के वस्तुनिष्ठ प्रश्न (Computer memory MCQ
QUIZ)
Computer
memory mcq in hindi, computer memory mock test, computer memory quiz in hindi
1. एक सी. डी. आर. को के रूप में भी जाना जाता है।
2. सी.डी. किस प्रकार की मेमोरी है ?
3. निम्नलिखित में से कौन-सी एक अस्थायी मेमोरी है।
4. कैश मेमोरी का प्रयोग किया जाता है।
5. टेम्परेरी मेमोरी कहलाती है।
6. निम्नलिखित में से किसमें वोलाटाइल मेमोरी (अस्थायी स्मृति) है ?
7. एक गीगाबाइट ............ के बराबर होता है।
8. वह स्टोरेज डिवाइस जिसे प्रत्यक्ष रूप से कम्प्यूटर के यूएसबी पोर्ट में प्लग्ड किया जाता है।
9. निम्न में से किस डिस्क की स्टोरेज केपैसिटी (भंडारण क्षमता) सबसे ज्यादा है ?
10. निम्नांकित में से कौन सा प्रायमरी मेमोरी है ?
11. एक बाइट ........... का कलेक्शन है।
12. सी डी में कौन-सा तकनीक उपयोग होता है ?
13. किलोबाइट कितने बाइट के समान है ?
14. निम्नलिखित स्टोरेज माध्यमों की क्षमता का सही क्रम (सबसे छोटा से सबसे बड़ा) चुनिए :
15. रजिस्टर (Register) उच्च गति स्मृति तत्व है, जो स्थित होते हैं।
16. निम्नलिखित में से कौन-सी मेमोरी का सबसे कम एक्सेस समय है ?
17. सीपीयू द्वारा संसोधित वर्तमान डाटा और प्रोग्राम स्टोर करने के लिए निम्नलिखित कम्प्यूटर मेमोरी प्रयोग की जाती है।
18. इनमें से सबसे तेज मेमोरी है ?
19. CD एक उदाहरण है।
20. वोर्म (WORM) एक प्रकार की ऑप्टिकल मेमोरी है इसका पूर्ण रूप क्या है।
21. एक मेगाबाइट लगभग किसके बराबर है ?
22. डिस्क का नवीनतम प्रारूप क्या है जो अभी मौजूद है।
23. दस लाख (मिलियन) बाइट लगभग होती है।
24. मैग्नेटिक स्टोरेज डिवाइस का उदाहरण है ?
25. निम्न में से कौन सा स्टोरेज डिवाइस है ?
26. सी.पी.यू. के द्वारा संशोधित (प्रोसेस) किये जा रहे प्रोग्राम एवं डाटा को संग्रहित करने के लिए कौन सी कम्प्यूटर मेमोरी का उपयोग किया जाता है ?
27. एक CD की भंडारण क्षमता को मापा जाता है।
28. मेग्नेटिक टेप मे डाटा किस रूप मे रिकार्ड होते है ?
29. 4 बिट अथवा हॉफ बाइट कहलाता है ?
30. ............ के उपयोग से डेटा एक बार से अधिक नहीं लिखा जा सकता है।
31. कम्प्यूटर का कौन सा भाग सूचना को स्टोर करने में सहायक होता है ?
32. बिजली बंद कर दिए जाने के बाद जो स्टोरेज अपना डाटा रखती है उसे ............. कहते हैं।
33. कम्प्यूटर के जिस भाग में डाटा एवं प्रोग्राम रखे जाते हैं, उसे क्या कहते हैं ?
34. सेकंडरी स्टोरेज मीडिया से हार्डडिस्क में सॉफ्टवेयर प्रोग्रामों को कॉपी करने की प्रक्रिया को क्या कहते हैं ?
35. आक्जीलरी स्टोरेज डिवाइसेस हैं।
36. .......... एक प्रकार की स्थायी मेमोरी है जो स्टार्टअप के लिए जरूरी उन सभी इन्स्ट्रक्शन्स को होल्ड करती है और पावर बंद करने पर यह इरेज नहीं होती है।
37. निम्न में कौन सत्य है ?
38. RAM (रैम) किस प्रकार की मेमोरी है ?
39. निम्नांकित में से कौन कम्प्यूटर का बिल्ट इन मेमोरी है ?
40. फ्लैश क्या है ?
41. निम्न में से कौन RAM नहीं है ?
42. इंटरनल स्टोरेज किस प्रकार का स्टोरेज है ?
43. कम्प्यूटर शब्दकोष में CD अक्षरों का प्रयोग किसके लिए किया जाता है ?
44. किस मेमोरी में रखा डाटा बिजली जाते ही समाप्त हो जाता है ?
45. सी. डी. को कॉम्पैक्ट डिस्क के अलावा अन्य किस नाम से जाना जाता है ?
46. सी. डी. किस प्रकार की मेमोरी है ?
47. कम्प्यूटर का कौन-सा भाग फाइलों की केवल अस्थाई स्टोरेज उपलब्ध कराता है ?
48. CD-ROM का पूर्ण रूप है।
49. स्टोरेज माध्यम की क्षमता की इकाई है।
50. कम्प्यूटर हार्डवेयर जो आँकड़ों की बहुत अधिक मात्रा का भण्डारण कर सकता है।
51. मेमोरी (Memory) शब्द किससे संबंधित है ?
52. निर्माण के समय रिकॉर्ड किया गया डिस्क का कंटेट जिसे यूजर चेंज या इरेज नहीं कर सकता है, निम्नलिखित होता है।
53. ............ सबसे कॉमन प्रकार की स्टोरेज डिवाइसें हैं।
54. कम्प्यूटर में कितने प्रकार की मेमोरी पायी जाती है ?
55. CD से आप ............ सकते हैं।
56. सेव कर कम्प्यूटर बंद करने पर भी आपका डाटा यथावत होगा।
57. किसी स्टोरेज मीडियम में स्टोर की जा सकने वाली डाटा की अधिकतम मात्रा को क्या कहते हैं ?
58. जब आप इसमें सेव करते हैं, तो आपका डाटा तब भी सुरक्षित रहेगा जब कम्प्यूटर बंद कर दिया जाता है।
59. CD-RW डिस्क .............
60. कौन-सी डिवाइस डाटा और प्रोग्राम के बीच का अंतर समझ सकती है ?
61. यदि मेमोरी चिप वोलेटाइल हो तो ............
62. जब प्रोसेसर उनका प्रयोग करता है तब डाटा और प्रोग्राम कहां रखे जाते हैं ?
63. डीवीडी (DVD) ............का उदाहरण है।
64. निम्न में से कौन-सा स्टोरेज डिवाइज / उपकरण का उदाहरण है ?
65. जब पॉवर ऑफ / बंद की जाती है तब कैचे और प्रमुख मेमोरी अपने कंटेट्स खो देते हैं, वे है।
66. कौन-से मीडिया में डाटा/जानकारी, उनमें यूजर द्वारा एक से ज्यादा बार स्टोर करने (लिखने) की क्षमता है ?
67. निम्न में से कौन-सा ऑप्टिकल डिस्क का उदाहरण है ?
68. कम्प्यूटर की प्रमुख मेमोरी को ........... भी कहा जाता है।
69. डिस्क को ट्रैकों और सेक्टरों में विभाजित करने की प्रक्रिया क्या है ?
70. डिस्क के उस कन्टेन्ट को क्या कहते हैं जो विनिर्माण के समय रिकॉर्ड किया गया हो और उसे प्रयोक्ता परिवर्तित या इरेज नहीं कर सकता है ?
71. स्थाई स्टोरेज डिवाइस कौन-सी है ?
72. कम्प्यूटर के स्पेस को क्या कहते हैं जिसमें डाटा लोड होता है और काम करता है ?
73. RAM निम्नलिखित में से किसका एक उदाहरण है ?
74. निम्न में से कौन-सा स्टोरेज माध्यम नहीं है ?
75. ............ में वोलाटाइल चिप होते हैं डाटा या इन्स्ट्रक्शनों को अस्थाई रूप से स्टोर करता है।
76. RAM में स्टोर की गई सूचना वोलेटाइल मानी जाती है, जिसका अर्थ है कि ............
77. यदि प्रयोक्ता को CPU में तत्काल उपलब्ध सूचना की जरूरत हो यह ............ स्टोर की जानी चाहिए।
78. RAM का पूर्ण रूप क्या है ?
79. निम्नलिखित में से क्या स्टोरेज डिवाइस का उदाहरण नहीं है ?
80. RAM वोलाटाइल मैमरी है क्योंकि ...........
81. DRAM का लाभ है।
82. जो डिवाइसे इनफॉर्मेशन स्टोर करती है और कम्प्यूटर कार्य करने के लिए जिनका प्रयोग करता है उन्हें ........... कहते हैं।
83. CPU वर्तमान में जिन प्रोग्रामों और डाटा को प्रोसैस कर रहा होता है उन्हें स्टोर करने के लिए किस कम्प्यूटर मेमरी का प्रयोग किया जाता है ?
84. CD-RW का पूरा रूप है।
85. जब इसमें बिजली बंद हो जाती है तो मैमोरी के कॉन्टेन्ट्स गुम (नष्ट) नहीं होंगे।
86. फाइल सिस्टम स्थायी रूप से संग्रहण में रहता है।
87. निम्नलिखित में से किस मैमोरी यूनिट को प्रोसेसर द्वारा अधिक तेजी से अभिगम किया जा सकता है ?
88. स्टोरेज डिवाइस कौन-सी नहीं है ?
89. निम्नलिखित में से क्या द्वितीयक संचय यूनिट नहीं है ?
90. डीवीडी (DVD) क्या है ?
91. कम्प्यूटर सिस्टम हार्डवेयर में द्रुततर, महंगा और अपेक्षाकृत छोटा संग्रह रूप क्या है ?
92. USB संग्रह युक्ति का कौन सा प्रकार है ?
93. RAM का प्रयोग कम्प्यूटर में शॉर्ट मेमोरी के लिए किया जाता है क्योंकि -
94. कम्प्यूटर को जब चालू किया जाता है तो कम्प्यूटर जो स्थाई निर्देश का प्रयोग कर है एवं जो दूसरे निर्देशों द्वारा परिवर्तित नहीं किया जा सकता, वह किसमें निहित होता है ?
95. एक डीवीडी का आकार कैसा होता है ?
96. निम्नलिखित में से कौन कम्प्यूटर में स्थायी रूप से डाटा संचित करता है ?
97. ............. एक भंडारण युक्ति नहीं है।
98. सेकेंडरी मेमोरी नॉन वोलेटाइल होती है। यह स्थायी तौर पर डाटा स्टोर करने मे सक्षम हो सकती है और जरूरत पडने पर डाटा सप्लाई कर सकती है, इसलिये इसे ............भी कहते है।
99. फ्लॉपी डिस्क किसका उदाहरण है।
100. फ्लॉपी डिस्क किस चीज का बनी होती है।
दोस्तों इस पोस्ट के माध्यम से आपने कम्प्यूटर मेमोरी किसे कहते है, एवं इसके प्रकार | Computer Memory In Hindi के बारे में जाना साथ ही computer memory in hindi, computer memory kise kahate hain, computer memory ki paribhasha, types of computer memory, what is computer memory in hindi, main memory of computer is, main memory kya hai, main memory ke prakar, main memory in hindi, main memory of computer in hindi, primary memory of computer, primary memory in hindi, primary memory is also called, primary memory kya hai, primary memory ke prakar, secondary memory in hindi, secondary memory is also known as, secondary memory kya hai, secondary memory ke prakar, ram ka full form in hindi, ram kise kahate hain, random access memory in hindi, sram ka full form, sram kya hai, sram ka pura naam, dram full form, dram full form in computer, dram in hindi, dram kya hai, prom full form in computer, eprom full form in hindi, eeprom full form in hindi, cache memory in hindi, cache memory kya hai, cache memory kise kahate hain in hindi, hard disk kya hai in hindi, hard disk ke prakar, hard disk kise kehte hain, hard disk in hindi, hard disk in computer, floppy disk in hindi, floppy disk kya hai hindi me, floppy disk kise kahate hain, floppy disk ki storage capacity, magnetic disk in computer, magnetic disk kya hai, magnetic disk is an example of, magnetic disk in hindi, cd rom kya hai, cd rom in hindi, cd rom ka full form, cd rw ka full form, cd rw in hindi, cd rw kya hai in hindi, buffer memory in hindi, buffer memory in computer, flash memory in hindi, flash memory is a type of, memory card kya hai, memory card in hindi, pen drive kya hai, pen drive in hindi, pen drive is also known as, blu ray disc in hindi, blu ray disc in computer, blu ray disc kya hai बारे में भी जाना यदि आपको यह जानकारी अच्छी लगी हो तो जरूर इस जानकारी को अपने दोस्तों के साथ शेयर करना न भूले। और हां इस पोस्ट पर कमेंट (Comment) कर बताये यह पोस्ट आपको कैसी लगी ताकि हम अपनी ओर से आपको विभिन्न परीक्षाओं की तैयारी के लिये एक बेहतर जानकारी व महत्वपूर्ण तथ्य उपलब्ध करा सके। और हां www.studyfundaaa.com को Subscribe करना ना भूले।
No comments